शिक्षण संस्थानों को वापस करनी होगी विद्यार्थियों की फीस, फरवरी के अंत में पीजी परीक्षाएं

शिक्षण संस्थानों को वापस करनी होगी विद्यार्थियों की फीस, फरवरी के अंत में पीजी परीक्षाएं

शिमला
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से संबद्ध शिक्षण संस्थानों और कॉलेजों को कोविड-19 महामारी के समय में रद्द हुए प्रवेश और माइग्रेट हुए छात्रों की फीस को वापस करना होगा। सभी संस्थानों पर यूजीसी की फीस रिफंड पॉलिसी-2022-23 को लागू कर छात्रों को फीस लौटानी होगी। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने इस संदर्भ में सभी संबद्ध शिक्षण संस्थानों को इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने ऐसे छात्रों के आवेदन लेकर उन्हें फीस को वापस करने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कहा है। 31 अक्तूबर 2022 तक जिन छात्रों ने संस्थानों में अपने प्रवेश को रद्द किया है या संस्थान से माइग्रेट हो कर दूसरे संस्थानों को चले गए है। ऐसे छात्रों की पूरी फीस को संस्थानों को वापस करनी होगी। 31 दिसंबर 2022 तक संस्थानों को छात्रों से ली गई फीस को लौटाने की प्रक्रिया पूरी करने का समय दिया गया है। इसमें संस्थान सिर्फ एक हजार तक की प्रोसेसिंग फीस ही काट पाएंगे।

शैक्षणिक सत्र 2021-22 के छात्रों को इससे राहत मिलेगी। यूजीसी ने 12 जुलाई 2022 को सभी शिक्षण संस्थानों से बारहवीं कक्षा के परीक्षा परिणामों के घोषित होने में हुई देरी के कारण संस्थानों ने प्रवेश के लिए आवेदन की समय अवधि को बढ़ा दिया था। जिस कारण बहुत से छात्रों की एडमिशन अक्तूबर 2022 तक जारी रही। कोरोना काल में आम लोगों को कमाई में आई मुश्किलों और परीक्षा परिणाम के समय से घोषित न हो पाने से पेश आई समस्याओं को देखते हुए एडमिशन को रद्द किए जाने और दूसरे संस्थानों में माइग्रेट होने वाले छात्रों को पूरी फीस वापस किए जाने की पॉलिसी को लागू कर राहत देने का प्रयास किया है।

फरवरी के अंत में होंगी एचपीयू की पीजी परीक्षाएं
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने सत्र 2022-23 से स्नातकोत्तर डिग्री कोर्स में पहली बार सीबीसीएस और कुछ कोर्स में क्रेडिट सिस्टम को लागू किया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को पीजी में लागू करने के उदेश्य से लागू किए गए इस सिस्टम के कारण इस बार पीजी की परीक्षाएं भी दो माह देरी से फरवरी 2023 के तीसरे सप्ताह में करवाई जाएंगी। नए सिस्टम में प्रथम सेमेस्टर के प्रश्न पत्र सेट करने और पैटर्न में बदलाव किए जाने के चलते परीक्षा की तैयारियों को विवि का समय लगना तय है। यही वजह है कि विश्वविद्यालय ने नवंबर और दिसंबर माह में पीजी की परीक्षाएं शुरू नहीं की। फरवरी माह में प्रस्तावित पीजी की परीक्षाओं से पीजी के छात्रों को परीक्षा की तैयारी करने के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा। इस बीच विश्वविद्यालय की परीक्षा विंग को नए सिस्टम के तहत प्रश्न पत्र सेट करने से लेकर हर तरह की तैयारी करने को समय मिलेगा। विश्वविद्यालय को 2023 में होने वाली परीक्षाओं के लिए शेड्यूल इस तरह से तैयार करना होगा, जिससे पीजी की डिग्री पूरी करने वाले छात्र छात्राओं को जुलाई अगस्त माह में समय से परिणाम मिले। ऐसा होने पर ही पीजी डिग्री पूरी करने वाले छात्र आगली कक्षाओं में प्रवेश के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा और काउंसलिंग में हिस्सा ले सकेंगे।

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